"प्यारा दर्शन"(कविता )

माता पिता का स्नेह/मोह अपने बच्चों से भी अधिक यदि किसी पर होता है तो वो हैं उनके नाती-पोते।कहते भी हैं कि मूल से ब्याज अधिक प्यारा होता है। क्योंकि जब उनके खुद के बच्चे छोटे होते हैं, तब अभिभावक कमाने की आवश्यकता और बच्चे से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों की ऊहापोह में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि उनके साथ समय व्यतीत करने के आनंद से न चाहकर भी वंचित रह जाते हैं। इस आनंद की कमी उनके जीवन में तब पूरी होती है, जब वो अपने नाती-नातिन या पोते-पोती को अपने सामने खेलते, बड़े होते ,नित नई शरारतें करते देखते हैं।बताने की आवश्यकता नहीं की उनके लिए वो पल कितने अमूल्य होते हैं।
                           यही स्थिति हमारे यहाँ भी निर्मित हुई जब मेरी बहिन को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई।  12/06 /12   ये दिन हम सबके जीवन में एक megical moment की तरह था। specialy मेरे मम्मी पापा के लिए।  जितनी ख़ुशी इस दिन हुई उससे भी ज्यादा तब होती थी जब 'दर्शन ' (प्यार से 'एनी ' ) अपने नाना-नानी के यहाँ आता था। उस वक़्त हमारे घर का जो माहौल होता था, बस वही  इस कविता के माध्यम से बताने का प्रयास किया था,उसके प्रथम जन्मदिवस पर। 

आज मन के मोती के अंतर्गत भावनाओं से ओतप्रोत , नाना-नानी के प्रेम में भीगी हुई वही कविता यहाँ प्रकाशित कर रही हूँ। 

प्यारा 'दर्शन '

नानी देखें बालकनी से, नाना दौड़ लगाएँ,
कब होंगें 'दर्शन' के दर्शन बस यही सवाल सताए। 
मामा मौसी काम छोड़ दर्शन का ध्यान लगाएँ,
घड़ी का हर इक सेकण्ड अब एक घण्टे सा हो जाए।

नन्हें-नन्हें इन क़दमों से चल के जब वो आए,
देख के इस प्यारे एनी को सबका मन खिल जाए। 
कोई करे न कोई काम घर जमघट-सा बन जाए,
अपनी जगह से हिले न कोई कर्फ़्यू-सा लग जाए। 

इसकी इक मुस्कान में सबके टेंशन यूँ खो जाए,
एनी संग हर पल रहने को सबका मन ललचाए। 
यही दुआ हम सब करते तू ऐसे ही मुस्काए,
लेकिन महीने में एक की जगह ATLEAST दो बार तो आए, 
और हर साल तेरा BIRTHDAY  हम यूँ ही धूमधाम से मनाएँ। 
WITH LOTS OF LOVE 
FROM मौसी
SPECIAL THANKS TO मामा 
(स्वरचित) dj  कॉपीराईट © 1999 – 2015 Google

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टिप्पणियाँ

  1. Thanku और darshu की मम्मी तो ज्यादा ही immotional हो गईं थी जब मैंने उसकी first बर्थडे पार्टी में ये कविता पढ़ी थी।

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  2. Hmm darshan bahut lucky h jo use itne ache nanu bani or mama or specially mosi mili h.thanks to GOD darshan ki or se ...mosi n bahut hi acha likha h.

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  3. दर्शन लकी नहीं लकी तो हम हैं। वो है ही इतना प्यारा।

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