ये लम्हें...ये पल....

'मन के मोती' में आज  फिर मेरी डायरी  का एक पेज 

28  feb 2012 
at 4:00pm 
tuesday 
जीवन में कुछ पल  अविस्मरणीय  और  अति सुन्दर होते हैं। जिन्हें  याद रखने की  ज़रूरत  नहीं पड़ती। वो हमारे स्मृतिपटल पर सदैव विराजमान रहते हैं। बिल्कुल  किसी अच्छी फ़िल्म  की पटकथा  की भांति। 
                       अगर  इन पलों  में, अपने साथ होते हैं , तो  इन पलों की महत्ता  भी बढ़ जाती  है।  खुशियाँ  दुगुनी  हो  जातीं  हैं। जीवन के ख़ूबसूरत होने का  अहसास होता है। और हमसे जुड़े विशेष दिन में , अगर कोई  हमें 'ख़ास' होने का अहसास कराए  तो उन पलों की ख़ूबसूरती में चार -चाँद लग जाते हैं।  जब हमारे अपने हमारे  लिए सोचते हैं , हमें 'विशेष' होने का अनुभव कराते हैं ,हमारी ख़ुशी में खुश होकर शामिल  होते हैं, तो जीवन पूर्ण सा  लगता  है। तब सच  में लगता है कि ये जीवन ईश्वर का खूबसूरत वरदान है और हम इस दुनिया में सबसे भाग्यशाली इंसान। जब कोई बिना लाग -लपेट,बिना दिखावे  के हमें  दिल  से चाहता है, हमारे भले के लिए दिल से सोचता है, तो सच में बहुत ही अच्छी अनुभूति होती है। और क्यूँ न हो,  दुनिया में इससे खूबसूरत तोहफ़ा तो कोई हो ही नहीं सकता कि आपके अपने  कुछ लोग आपको दिल से चाहते हैं और आपकी ख़ुशी के लिए अपनी सोच अलग रख  कर आपका साथ  देते हैं। हर हाल में, हर  समय में....... 
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