"मेरे पापा"
कविताएं हिन्दी ब्लॉग जगत के सभी महानुभावों को सादर प्रणाम! dj के ( मेरे) शब्दकोष में कविताओं का मतलब है तुकबंदी और भावनाओं का मिश्रण। बस इससे अधिक कुछ नहीं जानती हूँ कविता रचने के विषय में। फिर भी कभी-कभी कविता लेखन का दुःसाहस कर ही लेती हूँ। क्या करूँ लिखने के मोह से खुद को वंचित नहीं रख पाती। इसलिए किसी भी तकनीकि/शिल्पगत त्रुटि के लिए क्षमा चाहूंगी। जो मेरे मन की उपज है बस वही आपके समक्ष रख रही हूँ। आपके सुझावों के ज़रिये मार्गदर्शन सविनय आमंत्रित है। ब्लॉग पर मेरी पहली कविता है और मेरी और से मेरे पापा को समर्पित। दुनियाँ के सर्वश्रेष्ठ पिता हैं ,वो मेरे लिए।पिता से नज़दीकी का एहसास अधिकतर बेटियों को शादी के पश्चात् होता है। उनसे दूरी बहुत सालती है। बचपन से शादी तक मेरे, मेरे पिता से रिश्ते और उनके साथ के अनुभव पर आधारित मेरी इक पाती………… dj मेरे पापा मेरे पापा पापा हैं वो .……… जो बचपन में गुड़िया रानी कहकर बुलाते थे, मेरी राजकुमारी कहकर प्यार से गोद में उठाते थे, मेरे होठों की हँसी में छिपे दर्द को आज भी भाँप जाते हैं , पापा हैं वो......