संदेश

जून 22, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जीवन की वैतरणी

चित्र
आज उन दोनों को वहाँ के प्रमुख देवदूत ने अपने पास बुलाया था। दोनों आए, उन्होंने देवदूत को प्रणाम किया। देवदूत ने उन्हें बैठने को कहा। आज तुम्हारी यहाँ रहने की अवधि समाप्त। दोनों के चेहरों की उदासी झट से मुस्कान में परिवर्तित हो गई। तो क्या हमें प्रभु के दर्शन मिलेंगे उनकी शरण में स्थान मिलेगा? ज़रुर। लेकिन कुछ और परीक्षाएँ उत्तीर्ण कर लेने के बाद। आख़री जन्म बचा है ये तुम्हारा। प्रभु का संदेश है कि अब तुम्हें जीवन सरिता में भेज दिया जाए। जीवन सरिता……!? हाँ, ये आख़री परीक्षा है और इसमें खरे उतरने पर निश्चित रूप से श्री चरणों मे स्थान पा जाओगे। अपनी आँखें बंद कर प्रभु स्मरण करो। वे स्वयं तुम्हें इस बारे में सब कुछ बताएँगे। आँखें बंद कर ध्यान लगाने पर उन्हें सिर्फ एक तेज दीप पुंज दिखाई दिया। दर्शन नहीं मिले मगर उनकी दिव्य वाणी साफ सुनाई दे रही थी। आज तुम्हें जहाँ भेज रहा हूँ, वह तुम्हारा सर्वश्रेष्ठ जन्म और मुझसे मिलन का आख़री पड़ाव है। जीवन सरिता, अनंत सुख करणी, प्रबल दुख हरणी, ऐसी है जीवन की वैतरणी, जीवन नदी पार कर मोती ढूँढने हैं तुम्हें और उन्हें जीवन नदी में प्रवाहित कर पुनः