12)रूह का रिश्ता: रहस्यों की दुनिया

पिछले भाग पढ़ने के लिए लिंक पर टच करें। रूह का रिश्ता: एक अंधेरी रात रूह का रिश्ता:अतीत की यादें रूह का रिश्ता: अनहोनियों की शुरुआत रूह का रिश्ता: अनसुलझी पहेलियाँ रूह का रिश्ता: लम्हे खुशियों के रूह का रिश्ता: भूलभुलैया रूह का रिश्ता:राह-ए- कश्मीर रूह का रिश्ता: हादसों की शुरुआत रूह का रिश्ता: रहस्यों की पोटली रूह का रिश्ता:अनजानी परछाईयाँ रूह का रिश्ता:उलझती गुत्थियाँ पिछले एपिसोड में आपने सुना अमर और तृषा अब कॉलेज में आ चुके हैं। रक्षा को देखने के लिए मूलचंद जी के साथ एक परिवार आने वाला है, तृषा अमर को रोककर स्केच बनाने के लिए अपने सामने बिठा लेती है। उसका स्केच पूरा होने में कुछ सेकंड बाकी है और अचानक उसे अपने कानों के पास किसी के तेजी से हंसने की आवाज सुनाई देती है जिसे सुनकर वह घबरा जाती हैं अब आगे रूह का रिश्ता: उलझती गुत्थियाँ घबराकर जब वह पीछे देखती है तो उसे कोई दिखाई नहीं देता और आगे देखने पर अमर भी वहां से गायब हो चुका होता है। तृषा आखरी फिनिशिंग किये बिना घबराकर नीचे आ जाती है। वह अमर पर चिढ़ती है कि वह बिना बताए नीचे क्यों आ गया? "तो क्या करता!? क...