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जून 24, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

21रूह का रिश्ता: स्वयं को दोहराता इतिहास

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 पिछले भाग पढ़ने के लिए लिंक पर टच करें। रूह का रिश्ता: एक अंधेरी रात रूह का रिश्ता:अतीत की यादें रूह का रिश्ता: अनहोनियों की शुरुआत रूह का रिश्ता: अनसुलझी पहेलियाँ रूह का रिश्ता: लम्हे खुशियों के रूह का रिश्ता: भूलभुलैया रूह का रिश्ता:राह-ए- कश्मीर रूह का रिश्ता: हादसों की शुरुआत रूह का रिश्ता: रहस्यों की पोटली रूह का रिश्ता:अनजानी परछाईयाँ रूह का रिश्ता:उलझती गुत्थियाँ रूह का रिश्ता: रहस्यों की दुनिया रूह का रिश्ता: एक अघोरी रूह का रिश्ता: बिगड़ते रिश्ते पिछले एपिसोड में आपने पढ़ा दादी,अमर और निशा बेंगलुरु से गुना पहुंचते हैं। निशा का अमर की ओर खिंचाव बढ़ता जा रहा है। गुना में जहां रक्षा और तृषा ने अमर के जन्मदिन की बहुत ही धूमधाम से तैयारियां की होती हैं। तृषा ने उसके लिए कई सरप्राइजेज रखे होते हैं। पूरा घर उसकी पसंद के हिसाब से सजाया होता है। वह उसके लिए पूरा खाना उसकी पसंद का बनाती है और उसके स्कूल कॉलेज के सभी दोस्तों को आमंत्रित करती है। अमर की जन्मदिन की पार्टी में दादी अमर और तृषा की सगाई का अनाउंसमेंट करती है। जिससे निशा बेहद परेशान हो जाती है। वह अमर से प्यार करती है और तृषा

20 नए रिश्तों का आगाज़

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 पिछले भाग पढ़ने के लिए लिंक पर टच करें। रूह का रिश्ता: एक अंधेरी रात रूह का रिश्ता:अतीत की यादें रूह का रिश्ता: अनहोनियों की शुरुआत रूह का रिश्ता: अनसुलझी पहेलियाँ रूह का रिश्ता: लम्हे खुशियों के रूह का रिश्ता: भूलभुलैया रूह का रिश्ता:राह-ए- कश्मीर रूह का रिश्ता: हादसों की शुरुआत रूह का रिश्ता: रहस्यों की पोटली रूह का रिश्ता:अनजानी परछाईयाँ रूह का रिश्ता:उलझती गुत्थियाँ रूह का रिश्ता: रहस्यों की दुनिया रूह का रिश्ता: एक अघोरी रूह का रिश्ता: बिगड़ते रिश्ते रूह का रिश्ता: नए रिश्तों का आगाज़ पिछले एपिसोड में आपने पढ़ा अमर और निशा को रास्ते में कोई तांत्रिक मिलता है। उनसे लाशों की मांग कर रहा होता है।दादी को फिर से अजीबोगरीब सपने आते हैं निशा अमर की ओर आकर्षित हो रही है जिसे दादी देख लेती हैं और एक फैसला करती हैं। अमर निशा और दादी गुना पहुंचते हैं तृषा ने अमर के लिए एक सरप्राइज पार्टी प्लान की है।  अमर निशा से कहता है कि उसे प्यार हो गया है। अब आगे अमर की बातें सुन तृषा के अंदर एक अजीब सी बेचैनी छा जाती है। उसके चेहरे से मुस्कुराहट हट नही रही होती।अमर के शब्द जस के तस उसके दिल पर दस्तक दे

19 एक खुशनुमा शाम

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17 किस्मत का खेल

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16 रूह का रिश्ता: डर का साया

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18 रूह का राहत5 आखिर कौन

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